हिंदी शब्दमित्र

 हिंदी शब्दमित्र

  • कक्षा के अनुसार
  • हिंदी ज्ञान स्तर के अनुसार
    • प्राथमिक (Beginner)
    • माध्यमिक (Intermediate)
    • कुशल (Proficient)
    • उन्नत (Advanced)
    • विशेषज्ञ (Expert)
  • शब्द बॉट
  • शब्द चित्र
  • हमारे बारे में
    • संपर्क करें
    • मदद
अ
आ
इ
ई
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
अः
्
ा
ि
ी
ु
ू
े
ै
ो
ौ
ं
ः
क
ख
ग
घ
ङ
   
च
छ
ज
झ
ञ
ट
ठ
ड
ढ
ण
   
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
   
य
र
ल
व
 
 
श
ष
स
ह
   
क्ष
त्र
ज्ञ
श्र
 
 
ऋ
ृ
ऑ
ॉ
     
ँ
़
   

Levels

  • प्राथमिक (BEGINNER)
  • माध्यमिक (INTERMEDIATE)
  • कुशल (PROFICIENT)
  • उन्नत (ADVANCED)
  • विशेषज्ञ (EXPERT)
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - ऐसा कार्य जो नीतिपरक हो
  • वाक्य में प्रयोग - नैतिक कार्यों के द्वारा ही हम समाज का उत्थान कर सकते हैं।
  • समानार्थी शब्द - नैतिक कार्य , सत्कर्म , सुकर्म , अच्छा काम , सत्कार्य
  • विलोम शब्द - बुरा कर्म , अनैतिक कार्य , दुष्कर्म
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - काम
  • प्रकार - प्रायश्चित , सदावर्त , लोकसेवा , अहिंसा
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - परलोक, ईश्वर आदि के संबंध में विशेष प्रकार का विश्वास और उपासना की विशेष प्रणाली
  • वाक्य में प्रयोग - हिंदू धर्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उसमें अन्य सभी धर्मों के प्रति सहनशीलता है।
  • लिंग - पुल्लिंग
  • शब्द-विन्यास विविधता - धरम
  • एक तरह का - धारणा
  • प्रकार - जैन धर्म , इस्लाम , अन्यधर्म , दीन-ए-इलाही , यहूदी धर्म , ईसाई धर्म , पारसी धर्म
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - किसी जाति, वर्ग, पद आदि के लिए निश्चित किया हुआ कार्य या व्यवहार
  • वाक्य में प्रयोग - प्रजा की रक्षा करना ही राजा का कर्त्तव्य है।
  • समानार्थी शब्द - कर्त्तव्य
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - काम
  • प्रकार - क्षात्र-धर्म , दैहिकधर्म , चातुर्वर्ण्य , पतिव्रत
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - * दैविक शक्ति में अपना विश्वास दर्शाने के लिए बनी संस्था या समुदाय
  • वाक्य में प्रयोग - भारत में कई धर्मों के लोग रहते हैं।
  • समानार्थी शब्द - संगठित धर्म
  • लिंग - पुल्लिंग
  • संज्ञा के प्रकार - समूहवाचक
  • गणनीयता - गणनीय
  • शब्द-विन्यास विविधता - धरम
  • एक तरह का - समाज
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - परोपकार, दान, सेवा आदि कार्य जो शुभ फल देते हैं
  • वाक्य में प्रयोग - दीन-दुखियों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
  • समानार्थी शब्द - धार्मिक कृत्य , पुण्य , पवित्रकर्म , पुण्य कर्म
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - धर्म-कर्म
  • प्रकार - उपकार , अहिंसा
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - अलंकार शास्त्र में वह गुण या वृत्ति जो उपमेय और उपमान दोनों में समान रूप से विद्यमान रहती है और जिसके आधार पर एक वस्तु की उपमा दूसरी वस्तु से दी जाती है
  • वाक्य में प्रयोग - तेजस्वी व्यक्ति और सूर्य दोनों का धर्म प्रखरता है।
  • लिंग - पुल्लिंग
  • शब्द-विन्यास विविधता - धरम
  • एक तरह का - स्वभाव
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - हिंदू धर्म के अनुसार मृत्यु के अधिष्ठाता देवता
  • वाक्य में प्रयोग - सती सावित्री ने यमराज से सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त कर अपने मृत पति को जीवित करा लिया।
  • समानार्थी शब्द - यमराज , यम , जमराज , यम देवता , धर्मराज
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - देवता
  • प्रकार - चित्रगुप्त
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - वह व्यवहार जिसमें उत्तमता का भाव हो
  • वाक्य में प्रयोग - हमें सबके साथ सद्व्यवहार करना चाहिए। / सद्व्यवहार लोगों में प्यार बढ़ाता है।
  • समानार्थी शब्द - सद्व्यवहार , सदाचार , सद् व्यवहार , सदाचरण , साधुता
  • विलोम शब्द - दुर्व्यवहार , अनाचार , दुराचार , कदाचार , दुराचरण , अनाचरण , कुव्यवहार
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - व्यवहार
  • प्रकार - आचरण , सम्मान
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - बाँस या लोहे आदि की छड़ को कुछ झुकाकर उसके दोनों सिरों के बीच डोरी बाँधकर बनाया हुआ अस्त्र, जिससे तीर चलाते हैं
  • वाक्य में प्रयोग - शिकारी ने धनुष से शेर पर निशाना लगाया।
  • समानार्थी शब्द - धनुष , कमान , धनु , चाप
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - मंत्रप्रेरित शस्त्र
  • प्रकार - षट्ज्य , त्रीषुक , गांडीव , धनुही , पिनाक
धर्म
संज्ञा
पिछला अगला
  • परिभाषा - व्यक्ति या वस्तु में सदा प्रायः एक-सा बना रहने वाला मूल या मुख्य गुण
  • वाक्य में प्रयोग - वह स्वभाव से शर्मीला है।
  • समानार्थी शब्द - स्वभाव , प्रकृति , मिज़ाज , मिजाज , प्रवृत्ति
  • लिंग - पुल्लिंग
  • एक तरह का - बोध
  • प्रकार - आरभटी , दस्युता , अव्याकृतधर्म , सहजवृत्ति , खर्चीलापन , लज्जा , अजगरी
Hindi Shabdamitra Copyright © 2025
Developed by Computation For Indian Languages Technology, IIT Bombay