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परिभाषा - साहित्य के नौ रसों में से सबसे अधिक प्रसिद्ध प्रधान रस
- वाक्य में प्रयोग -
शृंगार रस में नायक-नायिका के मिलन अथवा संयोग से उत्पन्न सुख या वियोग के कारण होने वाले कष्टों का वर्णन होता है ।
- समानार्थी शब्द -
शृंगार रस ,
शृंगार ,
श्रृंगार रस ,
आदिरस
- लिंग -
पुल्लिंग
- संज्ञा के प्रकार -
व्यक्तिवाचक
- गणनीयता -
अगणनीय
- एक तरह का -
रस
- प्रकार -
वियोग शृंगार ,
संयोग शृंगार