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परिभाषा - शरीर से उत्सर्जित वह दुर्गन्धमय तरल विषैला पदार्थ जो उपस्थ मार्ग या जननेंद्रिय से निकलता है
- वाक्य में प्रयोग -
वैद्यक में मूत के सेवन का भी विधान है।
- समानार्थी शब्द -
मूत ,
पेशाब ,
मूत्र ,
कारूरा
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
शारीरिक द्रव
- प्रकार -
गोमूत्र
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परिभाषा - पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है
- वाक्य में प्रयोग -
चारों ओर मेघा छाए हुए हैं। / आकाश में काले-काले बादल छाये हुए हैं।
- समानार्थी शब्द -
बादल ,
मेघ ,
मेघा
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
प्राकृतिक वस्तु
- प्रकार -
अनक ,
गरजता बादल ,
आगिवर्त ,
आवर्त ,
अर्गल