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                                परिभाषा -  वह मनोभाव जो स्वभावतः अथवा संकोच, दोष आदि के कारण दूसरों के सामने सिर उठाने या बोलने नहीं देता है
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 शर्म के मारे वह कुछ न बोल सकी।
                              
- समानार्थी शब्द - 
                                
                                    लज्जा     , 
                                
                                    लाज    
                                
                              
- लिंग - 
                                स्त्रीलिंग
                              
- संज्ञा के प्रकार - 
                                भाववाचक
                              
- गणनीयता - 
                                अगणनीय
                              
- एक तरह का - 
                                
                                  मनोभाव    , 
                                
                                  स्वभाव