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परिभाषा - वह मनोभाव जो स्वभावतः अथवा संकोच, दोष आदि के कारण दूसरों के सामने सिर उठाने या बोलने नहीं देता है
- वाक्य में प्रयोग -
शर्म के मारे वह कुछ न बोल सकी ।
- समानार्थी शब्द -
शर्म ,
लज्जा
- लिंग -
स्त्रीलिंग
- एक तरह का -
स्वभाव ,
मनोभाव
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परिभाषा - प्रतिष्ठित होने की अवस्था या भाव
- वाक्य में प्रयोग -
गाँव के लोग मुखिया का बहुत आदर करते हैं। / गाँव के लोग मुखिया का बहुत सम्मान करते हैं।
- समानार्थी शब्द -
सम्मान ,
आदर ,
मान-सम्मान ,
प्रतिष्ठा ,
इज्जत
- लिंग -
स्त्रीलिंग
- एक तरह का -
अवस्था
- प्रकार -
सुप्रतिष्ठा