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परिभाषा - काव्य में वह अलंकार जिसमें प्रयुक्त होने वाले शब्द से ही चमत्कार उत्पन्न हो, उसके स्थान पर उसका पर्याय रखने से वह चमत्कार न हो
- वाक्य में प्रयोग -
अलंकार के दो भेद होते हैं,शब्दालंकार और अर्थालंकार ।
- समानार्थी शब्द -
शब्दालङ्कार
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
अलंकार
- प्रकार -
लाटानुप्रास ,
यमक ,
अनुप्रास अलंकार ,
श्लेष