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परिभाषा - एक छंद जिसकी पाँचवीं, आठवीं और नौवीं मात्रा लघु एवं अंतिम मात्रा गुरु होती है
- वाक्य में प्रयोग -
चंचला के प्रत्येक चरण में सोलह मात्राएँ होती हैं ।
- समानार्थी शब्द -
चित्रा ,
ब्रह्मरूपक
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परिभाषा - आकाश में सहसा क्षण भर के लिए दिखाई देने वाला प्रकाश
- वाक्य में प्रयोग -
आकाश में रह-रहकर बिजली चमक रही थी।
- समानार्थी शब्द -
बिजली ,
चपला ,
तड़िता
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परिभाषा - धन की अधिष्ठात्री देवी जो विष्णु की पत्नी कही गई हैं
- वाक्य में प्रयोग -
लोग धन प्राप्ति के लिए लक्ष्मी की पूजा करते हैं ।
- समानार्थी शब्द -
लक्ष्मी ,
रमा ,
कमला