परिभाषा - एक प्रकार का नरक जिसमें वेदों के बताए गए मार्ग से हट कर पाखण्ड का आश्रय लेने वाले मनुष्य को कोड़ों से मारा जाता है और दुधारी तलवार की तरह धारदार पत्तियों से उसके शरीर को छेदा जाता है
वाक्य में प्रयोग -
असिपत्र-वन का विस्तार दो हजार योजन का है ।