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परिभाषा - कुछ विशिष्ट प्रकार के फलों, रसों, अन्नों आदि को सड़ाकर उनका भभके से खींचकर निकाला जाने वाला नशीला रस
- वाक्य में प्रयोग -
वह प्रतिदिन शाम को शराब पीकर घर लौटता है ।
- समानार्थी शब्द -
शराब ,
मद्य ,
दारू ,
सुरा
- लिंग -
स्त्रीलिंग
- एक तरह का -
पेय पदार्थ ,
मादक पदार्थ
- प्रकार -
रम ,
बीयर ,
वारुणी ,
गौड़ी ,
माधवी ,
ब्रांडी ,
वोद्का
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परिभाषा - एक छंद जिसके प्रत्येक चरण में सात भगण और एक गुरु होता है
- वाक्य में प्रयोग -
कुछ कवियों की सवैया बहुत ही प्रसिद्ध हैं ।
- समानार्थी शब्द -
सवैया ,
मालिनी
- लिंग -
स्त्रीलिंग
- एक तरह का -
छंद
- प्रकार -
मत्तगयंद