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परिभाषा - किसी विषय, विशेषतः धार्मिक विषय या अलौकिक सत्ता का लगातार कुछ समय तक होने वाला गंभीर मनन या चिंतन जो योग का सातवाँ तथा समाधि के पूर्व का अंग माना जाता है
- वाक्य में प्रयोग -
संतजी ध्यानयोग में लीन है ।
- समानार्थी शब्द -
ध्यान ,
योग ,
जोग
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
चिंतन