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परिभाषा - छह दर्शनों में से एक दर्शन या शास्त्र जिसमें किसी वस्तु के यथार्थ ज्ञान के लिए मतों या विचारों का उचित विवेचन होता है
- वाक्य में प्रयोग -
पंडित रमाशंकरजी न्याय के बहुत बड़े ज्ञाता हैं ।
- समानार्थी शब्द -
न्याय ,
न्यायदर्शन ,
न्यायशास्त्र
- लिंग -
अज्ञात