परिभाषा - राजाओं के बैठने, देवमूर्तियों की स्थापना आदि के लिये प्रायः काठ, सोने, चाँदी, पीतल आदि का बना हुआ एक विशेष प्रकार का आसन जो चौकी के आकार का होता है और जिसके दोनों हत्थों पर शेर के मुख की आकृति बनी होती है
वाक्य में प्रयोग -
सिंहासन पर देवमूर्ति विद्यमान हैं ।