- 
                                परिभाषा -  जो किसी चीज की कमी या अभाव को पूरा करने के लिये रखा, लगाया या मिलाया जाय
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 पूरक परीक्षाएँ अक्टूबर में होंगी।
                              
- समानार्थी शब्द - 
                                
                                    संपूरक    
                                
                              
- विशेषण के प्रकार - 
                                गुणवाचक
                                
- मूल शब्द - 
                                पूर
                                
- प्रत्यय - 
                                क
                                
 
                           
                             
                         
                       
                    
                          
                        
                            
                            
                          
                          
                               
                            
                             
                              - 
                                परिभाषा -  किसी के साथ मिलकर उसे पूर्ण स्वरूप प्रदान करने वाला
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 पति-पत्नी एक-दूसरे के पूरक होते हैं।
                              
- समानार्थी शब्द - 
                                
                                    संपूरक    
                                
                              
- संज्ञा के प्रकार - 
                                भाववाचक
                              
- मूल शब्द - 
                                सावधान
                                
- प्रत्यय - 
                                ई
                                
- गणनीयता - 
                                अगणनीय
                              
- परिवर्तित संज्ञा - 
                                
                                  अवस्था   , 
                                
                                  क्रिया   , 
                                
                                  तत्त्व  
                                
                                
 
                           
                             
                         
                       
                    
                          
                        
                            
                            
                          
                          
                               
                            
                             
                              - 
                                परिभाषा -  गौण या अप्रधान वस्तु
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 अचार, पापड़, चटनी आदि भोजन के पूरक होते हैं।
                              
- लिंग - 
                                अज्ञात
                              
 
                           
                             
                         
                       
                    
                          
                        
                            
                            
                          
                          
                               
                            
                             
                              - 
                                परिभाषा -  प्राणायाम में श्वास को नाक से खींचते हुए अन्दर की ओर ले जाने का क्रिया
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 प्राणायाम में पहले पूरक फिर कुंभक तथा उसके बाद रेचक करते हैं।
                              
- लिंग - 
                                अज्ञात
                              
- एक तरह का - 
                                
                                  श्वास   
                                
                                
 
                           
                             
                         
                       
                    
                          
                        
                            
                            
                          
                          
                               
                            
                             
                              - 
                                परिभाषा -  वे दस पिंड जो हिदुओं में किसी के मरने पर उसके मरने की तिथि से दसवें दिन तक नित्य दिये जाते हैं
                              
- वाक्य में प्रयोग - 
                                 कहा जाता है कि मृत व्यक्ति के शरीर के जल जाने के बाद पूरक से उसका पारलौकिक शरीर फिर से बन जाता है।
                              
- लिंग - 
                                अज्ञात
                              
- एक तरह का - 
                                
                                  पिंड