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परिभाषा - छप्पय छंद का एक भेद
- वाक्य में प्रयोग -
कुसुमाकर में एक सौ बयालीस वर्ण और एक सौ अड़तालीस मात्राएँ होती हैं ।
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
छप्पय
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परिभाषा - सर्वप्रधान मानी जाने वाली वह ऋतु जो माघ के दूसरे पक्ष से प्रारम्भ होकर चैत के प्रथम पक्ष तक की मानी गई है
- वाक्य में प्रयोग -
वसंत ऋतु में बाग बगीचे फूलों से भर जाते हैं ।
- समानार्थी शब्द -
बसंत ,
वसंत
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
ऋतु