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परिभाषा - साहित्य के नौ रसों में से एक जो असहाय या दीन-दुखी का कष्ट दूर करने के लिए मन में होनेवाले उत्साह और साहस से उत्पन्न होता है
- वाक्य में प्रयोग -
सुभद्रा कुमारी चौहान वीर रस की कविताएँ लिखने में माहिर थीं ।
- लिंग -
पुल्लिंग
- संज्ञा के प्रकार -
भाववाचक
- गणनीयता -
अगणनीय
- एक तरह का -
रस