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परिभाषा - एक तीक्ष्ण झालदार क्षार या नमक जो सींग,हड्डी,खुर,बाल आदि के भभके से अर्क खींचकर निकाला जाता है
- वाक्य में प्रयोग -
वैद्यक के अनुसार नौसादर शीतल और यकृत,प्लीहा,ज्वर,अर्बुद,सिरदर्द,खाँसी आदि में उपकारी होता है ।
- समानार्थी शब्द -
विदारक ,
अमृतक्षार
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
क्षार