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                                परिभाषा -  पानी में पाया जाने वाला एक थोड़ा लम्बा कीड़ा जो जीवों के शरीर में लगकर उनका खून चूसता है
                              
 
                              - वाक्य में प्रयोग - 
                                 भैंस जैसे ही तालाब में घुसी उसके शरीर में कई जोंकें चिपक गईं।
                              
 
                              
                              
                              - समानार्थी शब्द - 
                                
                                    जोंक     , 
                                
                                    पटालुका     , 
                                
                                    सलिलौका     , 
                                
                                    वेणिवेधनी    
                                
                              
 
                              
                                
                              
                              - लिंग - 
                                पुल्लिंग
                              
 
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                               
                              
                              
                              
                                - एक तरह का - 
                                
                                  अकशेरुकी जंतु   
                                
                                
 
                              
                              
                                - प्रकार - 
                                
                                  कपिला   , 
                                
                                  गोचंदना   , 
                                
                                  तृणगोधा