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परिभाषा - छः चरण वाला एक मात्रिक छंद जिसके प्रथम चार चरण रोला तथा अंतिम दो चरण उल्लाला के होते हैं
- वाक्य में प्रयोग -
रीतिकालीन कवियों ने छप्पय लिखे हैं ।
- समानार्थी शब्द -
अजंगम ,
अजङ्गम
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
मात्रिक छंद
- प्रकार -
हीर ,
शलभ ,
नर ,
कृष्ण ,
कुसुमाकर ,
सिंह ,
कंद