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                                परिभाषा -  तत्वज्ञों द्वारा नियत या निश्चित कोई मत या सिद्धांत अथवा किसी प्रकार की विचारधारा या कार्य प्रणाली
                              
 
                              - वाक्य में प्रयोग - 
                                 वाद का प्रयोग संज्ञाओं के अन्त में प्रत्यय के रूप में होता है - जैसे छायावाद, अनात्मवाद आदि।
                              
 
                              
                              
                              - समानार्थी शब्द - 
                                
                                    वाद    
                                
                              
 
                              
                                
                              
                              - लिंग - 
                                अज्ञात
                              
 
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                              
                               
                              
                              
                              
                                - एक तरह का - 
                                
                                  मत   
                                
                                
 
                              
                              
                                - प्रकार - 
                                
                                  सर्वात्मवाद   , 
                                
                                  एकेश्वरवाद   , 
                                
                                  कैल्विनवाद