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परिभाषा - प्रयाग का वह वट वृक्ष जो अकबर के किले की चारदीवारी से पन्द्रह फुट की दूरी पर है
- वाक्य में प्रयोग -
कहा जाता है कि अक्षयवट का नाश प्रलय में भी नहीं होता ।
- समानार्थी शब्द -
अखैबर
- लिंग -
पुल्लिंग
- एक तरह का -
बरगद
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परिभाषा - पिंडदान की नगरी गया के पास के माढ़नपुर का वट वृक्ष जिसके बारे में कहा जाता है कि इसे खुद भगवान ब्रह्मा ने स्वर्ग से लाकर रोपा था
- वाक्य में प्रयोग -
अक्षयवट के नीचे स्थित पिंडवेदी पर श्राद्ध करने के बाद ही श्राद्धकर्म को पूर्ण या सफल माना जाता है ।
- समानार्थी शब्द -
अखैबर
- लिंग -
अज्ञात
- एक तरह का -
बरगद