वह शास्त्र जिसमें मनुष्य समाज के हित के लिए देश, काल और पात्र के अनुसार आचार-व्यवहार तथा प्रबंध एवं शासन का विधान हो

  • चंद्रगुप्त के शासन काल में चाणक्य ने नीतिशास्त्र लिखा था।