बोझ ढोने के लिए वह ढाँचा, जिसमें एक लकड़ी के दोनों ओर छींके लटके रहते हैं

  • श्रवण कुमार ने अपने अंधे माता-पिता को काँवर में बैठाकर तीर्थयात्रा करायी थी।