कोई कार्य या उद्देश्य सिद्ध करने की वह रूपरेखा जो अभी कल्पना के क्षेत्र में ही हो, पूरी तरह से निश्चित न हुई हो

  • इस बार भारत की आर्थिक परिस्थिति को ध्यान में रखकर योजनाएँ बनाई जा रही हैं।