साहित्य के अनुसार मन में होने वाला वह विकार जो अपने प्रिय व्यक्ति के किसी दोष या अपराध के कारण कुछ समय के लिए उसे उदासीन कर देता है

  • नाटक में मान से गुजरती हुई नायिका एकान्त में रोने लगी।