रस्सी का वह फंदा जिसमें गला फँसाने से दम घुटता है और आदमी मर जाता है

  • भारत की आज़ादी के लिए सरदार भगत सिंह ने फांसी को हँसते- हँसते अपने गले में डाल लिया।