अधिकतर अकशेरूक, उभयचर और मछली आदि का स्वतंत्र जीने वाला वह अविकसित रूप जो उनके अंडे से निकलने के बाद तथा प्यूपा में रूपान्तरित होने से पूर्व का होता है

  • यह रेशम के कीट का लार्वा है।