ताल देने का एक वाद्य, जिसमें दो बाजे एक साथ बजते हैं

  • जब उस्ताद ज़ाकिर हुसैन की अंगुलियाँ तबले पर थिरकने लगती हैं तो श्रोता वाह-वाह कह उठता है।