अंतःकरण या मन की वह वृति या शक्ति जो उसे किसी चीज या बात का बोध कराती, उसमें कोई धारणा उत्पन्न करती अथवा कोई स्मृति जाग्रत करती है

  • मैंने उन्हें एक बार देखा तो है पर उनकी आकृति अभी ध्यान में नहीं आ रही है।