हिंदी वर्णमाला के स्पर्श व्यंजनों के अंतर्गत कवर्ग का तीसरा व्यंजन अक्षर जो अल्पप्राण तथा घोष है

  • ग का उच्चारण भी कंठ से ही होता है।