बिना पहले से तिथि, समय आदि की सूचना दिए हुए घर में अचानक या बताकर आ पहुँचने वाला कोई प्रिय अथवा सत्कार योग्य व्यक्ति

  • अतिथियों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है क्योंकि अतिथि देवतुल्य होते हैं।