हिन्दुओं के चार वर्णों में पहला वर्ण या जाति जिसका मुख्य काम पठन-पाठन, यज्ञ, ज्ञानोपदेश आदि हैं

  • ब्राह्मण अपने कर्म से दिन-प्रतिदिन दूर होते जा रहे हैं।