वह शक्ति या भाव जो मन में नयी, अनोखी, अनदेखी,अनसुनी आदि बातों के स्वरूप को उपस्थित करती है

  • मूर्तिकार की कल्पना पत्थर को तराश कर मूर्त रूप प्रदान करती है।